डिलीवरी की वीडियोग्राफी मामला : सीएस व डीएचएस चंडीगढ़ तलब
अमृतसर (सुरेंद्र कुमार)। डिलीवरी के दौरान वीडियो ग्राफी के मामले में पंजाब महिला आयोग ने सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह, डायरेक्टर हेल्थ डॉ. प्रभदीप कौर जौहल व सिविल अस्पताल के गाइनी विभाग की चीर डॉक्टरों को चंडीगढ़ तलब किया है। दरअसल, सिविल सर्जन डा. नवदीप सिंह ने बीते मंगलवार को सिविल अस्पताल में चार गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की। इनमें एक महिला की डिलीवरी के वक्त उन्होंने बाकायदा वीडियोग्राफी करवाई। इस दौरान डॉ. नवदीप का ध्यान डिलीवरी प्रक्रिया पर कम और कैमरे की तरफ ज्यादा था। सिविल अस्पताल की चार गाइनी डाक्टरों को साथ लेकर लेबर रूम में डा. नवदीप ने गर्भवती के कोख से शिशु निकाला और वीडियो शूट करवाकर जारी करवा दिया। महिला का चेहरा भी वीडियो में दिख रहा है। इस मामले ने स्वास्थ्य विभाग में बवंडर मचा दिया।

पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने कहा कि सिविल सर्जन डा. नवदीप ने महिलाओं की निजता का हनन किया है। यह नियमों का उल्लंघन है। सिविल सर्जन के खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। नारी को पूजने वाले देश में नारी का अपमान कर सिविल सर्जन ने शर्मिंदा किया है। 24 नवंबर को डा. नवदीप, डा. प्रभदीप कौर और चार गाइनी डाक्टरों को चंडीगढ़ में तलब किया गया है। उधर, हेल्थ डायरेक्टर डॉ. प्रभदीप कौर ने कहा कि मैंने सिविल सर्जन को फोन कर कहा था कि आप ऐसा नहीं कर सकते। सिजेरियन करके मेसेज दिया जा सकता है कि आप सिविल सर्जन हो और अच्छा काम कर रहे हो, पर महिलाओं की वीडियो बनाकर इसे जारी करना गलत है। यह चिकित्सा नियमों के विपरीत है। फिलहाल मैंने डा. नवदीप से दो दिन के भीतर जवाब मांगा है। उनका जवाब आने के बाद महिला कमीशन को स्पष्टीकरण देंगे। बताते चलें कि अमृतसर के सिविल सर्जन डॉ. नवदीप सिंह 30 नवंबर को रियाटर हो रहे हैं।