बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी बोले : गांव में हमें भी दलित समझा जाता है
दिल्ली। समाज में व्याप्त जातीय व्यवस्था से फेसम बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी काफी दुखी हैं। हाथरस में दलित युवती से हुए गैंगरेप व हत्या मामले में एनडीटीवी से बात करते समय उनका यह दर्द छलक गया।
उन्होंने कहा कि उनकी दादी दलित वर्ग से थीं, इसी वजह से उनके परिवार को आज भी गांव में दलित (नीची जाति का) ही समझा जाता है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे एक फेमस एक्टर हैं। मगर भारत में जातीय व्ववस्था लोगों के खून में बस चुकी है। नवाजुद्दीन ने बताया कि उनका गांव उत्तर प्रदेश में बुढ़ाना है। वहां के लोग आज भी हमें स्वीकार नहीं करते। उत्तर प्रदेश के हाथरस में चार सवर्णों द्वारा गैंग रेप और मारपीट के बाद हुई दलित लडक़ी की मौत से देशभर में गुस्सा है। इसे लेकर नवाज ने कहा, कि जो गलत है, वो गलत है। हाथरस में जो हुआ, उसके खिलाफ हमारी आर्टिस्ट कम्युनिटी भी बोल रही है। बोलना बहुत जरूरी है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जाति व्यवस्था को लेकर नवाज कहते है, कि लोग कह सकते हैं कि जातिगत भेदभाव नहीं है। लेकिन, अगर वही लोग आसपास की यात्रा करें तो उन्हें अलग सच्चाई पता चल जाएगी। नवाजुद्दीन ने दो अक्टूबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई सीरियस मैन फिल्म में दलित आदमी का किरदार निभाया है। यह फिल्म मनु जोसेफ की सीरियस मैन नामक बुक पर आधारित है। इसका निर्देशन सुधीर मिश्रा ने किया है।