पुलिस की कस्टडी में रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण
फरीदाबाद। दशहरा मनाने की अनुमति नहीं होने के बावजूद दशहरा कमेटी ने रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले बनवा लिए थे, लेकिन उन्हें उनके दहन का मौका नहीं मिला। क्योंकि मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने तीनों पुतलों को अपनी कस्टडी में ले लिया। एनआईटी के दशहरा मैदान में रामलीला कमेटी की ओर से रामलीला का मंचन करने के बाद 80 से 85 फुट के रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाते हैं। दशहरा पर लगने वाले मेलों में भी भारी संख्या में लोग परिवार के साथ पहुंचते हैं। इस बार कोरोना को देखते हुए प्रशासन की ओर से किसी भी रामलीला कमेटी को दशहरा पर रावण दहन की अनुमति नहीं दी गई।
धार्मिक सामाजिक संगठन ने प्रशासन की मंजूरी के बिना रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले बनाकर खड़े कर दिए। इसकी सूचना जैसे ही प्रशासन को मिली मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया। पुलिस अधिकारियों ने संस्था के प्रधान जोगिंद्र चावला से जब प्रशासन की अनुमति के कागज दिखाने की मांग की तो वह नहीं दिखा सके।